स्नातक पाठ्यक्रम
संस्थान के मुख्य उद्देश्यों में से एक चलन दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की सेवा हेतु जनशक्ति का विकास करना है। विभिन्न दिव्यांगताओं से युक्त लोगों की पीडाओं के उपशमन के प्रयास में और भौतिक चिकित्सा, व्यावसायिक चिकित्सा तथा प्रोस्थेटिक्स व ऑथोटिक्स के क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए, संस्थान विभिन्न पाठ्यक्रम चलाता है। संस्थान द्वारा चलाये जा रहे साढ़े चार वर्ष के इन तीन पाठ्यक्रमों के नाम हैं- भौतिक चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बैचलर ऑफ फिजिकल थेरेपी (बीपीटी), व्यावसायिक चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बैचलर ऑफ ऑक्युपेशनल थेरेपी (बीओटी) और प्रौस्थेटिक्स एवं ऑर्थोटिक के अन्तर्गत बैचलर ऑफ प्रोस्थेटिक्स व ऑथोटिक्स (बीपीओ)। इसके अलावा संस्थान में प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स (एमपीओ) पाठ्यक्रम में परास्नातक पाठ्यक्रम भी चलाया जा रहा है। इन तीनों को दिल्ली विश्वविद्यालय से मान्यताप्राप्त हैं।
संस्थान में साढ़े चार साल की अवधि के तीन पाठ्यक्रम हैं, जिनके नाम हैं :
- भौतिक चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बैचलर ऑफ फिजिकल थेरेपी (बीपीटी)
- व्यावसायिक चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी (बीओटी)
- प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स विभाग के तहत बैचलर ऑफ प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स (बीपीओ)
तीनों पाठ्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय से संबद्ध हैं।